
लैलूंगा ग्राम पंचायत जामबहार में विकास कार्यों की सच्चाई खुलकर सामने आ चुकी है। पंचायत में बनी सड़कें अब गड्ढों और दलदल में तब्दील हो चुकी हैं। बरसात के दिनों में हालात इतने खराब हो जाते हैं कि ग्रामीणों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है।
सबसे शर्मनाक नजारा गांव के स्कूल के सामने दिखाई देता है। स्कूल गेट पर ही भारी कीचड़ और गंदा पानी जमा है, जिससे मासूम बच्चों को रोज़ होकर गुजरना पड़ता है। बच्चे कपड़े-जूते गंदे कर स्कूल पहुंचते हैं और कई बार फिसलकर चोटिल भी हो जाते हैं। बावजूद इसके पंचायत सचिव और जिम्मेदार अफसर हालात से बेखबर बने हुए हैं।
इतना ही नहीं, नल-जल योजना की हकीकत भी ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ा रही है। वर्षों पहले ढांचा बनाकर काम अधूरा छोड़ दिया गया। आज तक नलों से एक बूंद पानी नहीं आया। करोड़ों की योजना सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत सचिव अपनी मनमानी में मस्त है और जनता की परेशानियों से उसे कोई लेना-देना नहीं। न सड़क बनी, न नल-जल योजना पूरी हुई, ऊपर से स्कूल तक जाने वाली सड़क भी दलदल बन गई है।
गांव के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सड़क निर्माण और नल-जल योजना पूरी नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे और सचिव सहित जिम्मेदार अफसरों का घेराव करेंगे।