तोलगे (लैलूंगा): ग्राम पंचायत तोलगे में पदस्थ पंचायत सचिव हलधर पटेल पर गंभीर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। पंचायत के पंचों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। बताया जा रहा है कि पंचों का मानदेय सात माह से लंबित है, बावजूद इसके सचिव दीपावली बीत जाने के बाद भी बैंक में कागजात जमा करने में नाकाम रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत के मूलभूत मदों की राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है। सचिव कुछ दबंग लोगों की मदद से मनमाना काम कर रहे हैं, जबकि सरपंच बालक राम प्रजा को केवल कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत तोलगे के अंतर्गत तीन गांव — तोलगे, ऐकरा और हल्दीझरिया आते हैं। इन तीनों गांवों में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है। कहीं छह माह से हैंडपंप खराब पड़े हैं, तो कहीं सड़कों की हालत बेहद जर्जर है। सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप है।
हल्दीझरिया गांव में तो स्थिति और भी खराब है — प्राकृतिक आपदा के कारण सड़कें उखड़ चुकी हैं, जिससे चारपहिया वाहन, एम्बुलेंस या चावल गाड़ियां नहीं पहुंच पा रहीं। गर्भवती महिलाओं और जच्चा-बच्चा सेवाओं के लिए ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आखिरकार पंचों और ग्रामीणों ने मिलकर बीस मजदूरों की मदद से स्वयं सड़क की मरम्मत करवाई।
पंचों ने इस मुद्दे को सरपंच और सचिव के समक्ष उठाया, लेकिन दोनों का स्पष्ट कहना था कि “सड़क मरम्मत के लिए पंचायत में कोई शासन फंड जारी नहीं करती।” ग्रामीणों का कहना है कि शासन की योजनाओं और फंड का मनमाना दुरुपयोग तोलगे पंचायत में खुलेआम हो रहा है और कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि सरपंच और सचिव ने भविष्य में भी पारदर्शिता से काम नहीं किया, तो तोलगे पंचायत में ऐसा जनआंदोलन होगा जो आज तक कभी नहीं हुआ।
