वेतन न देने का आरोप: रायपुर के निजी अस्पताल के नाम पर प्रचार कराने के बाद दो युवकों से 56 हजार की ठगी का मामला
कोरबा। जिले के दो युवकों ने एक व्यक्ति पर निजी अस्पताल के प्रचार-प्रसार के नाम पर काम कराने के बाद वेतन नहीं देने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित पवन कुमार एवं गुंजन झारिया का कहना है कि सत्येन्द्र द्विवेदी नामक व्यक्ति ने रायपुर स्थित वैदेही हॉस्पिटल के प्रचार हेतु गांव-गांव जाकर संपर्क बनाने का कार्य सौंपा था, जिसके बदले प्रति माह 20 हजार रुपये वेतन देने का आश्वासन दिया गया था।
पीड़ितों के अनुसार, उन्होंने दिनांक 11 अक्टूबर 2025 से 28 नवंबर 2025 तक लगातार कार्य किया, लेकिन डेढ़ माह का परिश्रमिक कुल 56 हजार रुपये अब तक नहीं दिया गया। जब उन्होंने मेहनताना मांगा तो पहले टालमटोल किया गया और बाद में साफ तौर पर भुगतान से इंकार करते हुए कथित रूप से धमकी भी दी गई कि शिकायत करने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
मामले को लेकर पीड़ितों ने सहायक श्रम आयुक्त, श्रम विभाग कोरबा को लिखित आवेदन सौंपते हुए न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मामले को गंभीरता से लेते हुए बकाया वेतन दिलाया जाए और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाए।
