धर्मजयगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत गनपतपुर में शराबबंदी की मांग तेज़ हो गई है। जागरूक नागरिकों और महिला समिति ने पुलिस चौकी प्रभारी रैरूमाखुर्द को ज्ञापन सौंपकर गांव में अवैध शराब कारोबार पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि –
“गांव में बड़े पैमाने पर अवैध शराब का निर्माण और बिक्री हो रही है। नाबालिग बच्चे तक इसकी चपेट में आ रहे हैं। आए दिन शराबखोरी के कारण विवाद, झगड़े और दुर्घटनाएँ हो रही हैं। कई बार तो हादसों में जान तक जा चुकी है।”
इस दौरान आदिवासी नेता हरीशचंद्र राठिया ने साफ शब्दों में कहा –
“भविष्य को बचाने का एकमात्र रास्ता शराबबंदी है। शराब बेचकर पैसे कमाने वाले यह न भूलें कि वे आने वाली पीढ़ी को बर्बादी की ओर धकेल रहे हैं।”
ग्रामीणों ने कांग्रेसी नेताओं पर भी सीधा आरोप लगाया कि उन्होंने शराब कारोबारियों को खुली छूट दे रखी है। इसी वजह से गांव में शराबियों और कारोबारियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है।
महिला समिति और जागरूक नागरिकों ने यह संकल्प लिया है कि –
“गनपतपुर में शराबबंदी हर हाल में लागू कराएंगे। हमारी आने वाली पीढ़ी नशे से नहीं, शिक्षा और सशक्त समाज से मजबूत बनेगी।”