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“गाँव बयंग से रायगढ़ विधानसभा और अब वित्त मंत्री तक – IAS से नेता बने ओ.पी. चौधरी की प्रेरणादायक गाथा”

🌟 रायगढ़ का गौरव – ओ.पी. चौधरी 🌟

रायगढ़ की धरती ने हमेशा प्रतिभाओं को जन्म दिया है, लेकिन ओमप्रकाश चौधरी (O. P. Choudhary) की कहानी कुछ अलग ही है। गाँव बयंग में जन्मे इस होनहार बेटे ने साधारण किसान परिवार से निकलकर IAS अधिकारी, फिर विधायक और अब छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री तक का सफर तय किया है।

📚 शिक्षा और संघर्ष
ओ.पी. चौधरी ने पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से B.Sc. की पढ़ाई पूरी की। बचपन से ही कड़ी मेहनत और लगन उनकी पहचान रही। साल 2005 में उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की परीक्षा पास कर देशभर में नाम रोशन किया।

🏛️ प्रशासनिक जीवन से राजनीति तक
कलेक्टर के रूप में अपनी कार्यशैली और सख्त लेकिन न्यायपूर्ण निर्णयों के लिए वे जाने गए। उन्हें प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार (Prime Minister’s Award for Excellence in Public Administration) से भी सम्मानित किया गया।
साल 2018 में उन्होंने IAS की कुर्सी छोड़कर राजनीति की राह पकड़ी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़ गए।

🗳️ चुनावी सफर
हालाँकि 2018 का पहला चुनाव खरसिया से हार गए, लेकिन हौसला नहीं टूटा।
2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने रायगढ़ सीट से ऐतिहासिक जीत दर्ज की – कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रकाश शक्रजीत नायक को लगभग 64 हज़ार वोटों से हराया।

💼 वित्त मंत्री के रूप में नई जिम्मेदारी
इतनी शानदार जीत के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया। साथ ही पर्यावरण, आवास, योजना एवं अर्थशास्त्र और सांख्यिकी विभाग भी उनके जिम्मे दिए गए।
आज वे राज्य के सबसे युवा वित्त मंत्री हैं और उनकी छवि एक ऊर्जावान, निर्णायक और दूरदर्शी नेता के रूप में बन चुकी है।

🌠 भविष्य की उम्मीदें
ओ.पी. चौधरी से रायगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की जनता को बड़ी उम्मीदें हैं। उनकी सोच और कार्यशैली उन्हें राज्य की राजनीति का चमकता सितारा बनाती है।

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