
सीतापुर, 5 सितम्बर 2025:
शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर आज सीतापुर विधानसभा क्षेत्र में एक अद्भुत और ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला। पूरे क्षेत्र के गुरुजन पहली बार एक मंच पर एकत्रित हुए, और इस अवसर पर सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने भावनाओं से भरा हुआ संबोधन दिया।
उन्होंने कहा—
“आज हम सभी भारत के द्वितीय राष्ट्रपति, महान दार्शनिक, विचारक, राजनीतिज्ञ और शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को नमन करते हैं। मैं विशेष रूप से अपने सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के सभी गुरुजनों को इस शिक्षक दिवस पर सादर प्रणाम और अभिवादन करता हूँ।”
अपने प्रथम गुरु – माता-पिता को किया नमन
विधायक रामकुमार टोप्पो ने सबसे पहले अपने प्रथम गुरु यानी माता-पिता का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि माता-पिता ने ही उन्हें जीवन की पहली शिक्षा और संस्कार दिए, जिसके कारण वे आज समाज और राष्ट्र सेवा के इस मार्ग पर चल पाए।
विद्यालयीन शिक्षा और शिक्षक
उन्होंने अपने प्रारंभिक विद्यालय के आदरणीय शिक्षक रामचन्द्र बेहेरा और प्रेम पेंग्रा को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी शिक्षा और मार्गदर्शन ने जीवन की मजबूत नींव रखी।
माध्यमिक शाला खम्माहार और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजापुर के गुरुजनों का आशीर्वाद भी उन्होंने स्मरण किया।
विधायक टोप्पो ने कहा—
“जब भी लोग कहते हैं कि मैं मंच से अच्छे से बोल लेता हूँ, तो इसका श्रेय हमेशा मैं अपनी कक्षा अध्यापिका सरिता बर्मन मैडम को देता हूँ, जिन्होंने मुझे मंच पर खड़े होकर बोलने का आत्मविश्वास दिया।”
सैन्य जीवन से मिली शिक्षा
अपने जीवन के सैन्य अनुभव को साझा करते हुए विधायक ने कहा कि सेना ने उन्हें सिखाया कि एक साधारण बालक को कैसे असाधारण बनाया जा सकता है।
“सैन्य प्रशिक्षण ने मुझे कठिनाइयों से जूझना, आत्मबल बनाए रखना और मातृभूमि की रक्षा करना सिखाया। यह शिक्षा मेरे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है।”
राजनीति में भी मिले नए गुरु
राजनीतिक सफर का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा—
“राजनीति में कदम रखने के बाद मुझे अनेक नए गुरु और मार्गदर्शक मिले, जिन्होंने हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया और मुझे साहस व शक्ति प्रदान की। मैं उनका हृदय से आभारी हूँ।”
सीतापुर का भविष्य शिक्षकों के हाथों में सुरक्षित
अपने संबोधन के अंत में विधायक रामकुमार टोप्पो ने कहा—
“आपके हाथों में हमारे सीतापुर का भविष्य सुरक्षित है। मुझे पूरा विश्वास है कि आपके मार्गदर्शन में यहाँ के बच्चे उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर होंगे और अपने सपनों को साकार करेंगे।”
उन्होंने सभी गुरुजनों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि शिक्षक ही राष्ट्र निर्माण की सबसे बड़ी शक्ति हैं।